एनर्जी डेमॉक्रेसी के विजन स्टेटमेंट से लैस है यह घोषणापत्र
०७ मार्च, गया, पटना : बोधगया में आयोजित ऊर्जा विकल्प संगम में देश भर से आये संगठनों ने पर्यावरणीय दृष्टी से सततशील और सामाजिक-आर्थिक समानता के आधार पर बिजली क्षेत्र में सार्थक बदलाव पर चर्चा की. बिहार को विकल्प संगम के महत्वपूर्ण स्थल के रूप में चुनने की वजह यह है की यह राज्य अपने लोगों के लिए बिजली उपलब्ध कराने के लिए उत्सुक है और इसके लिए दूसरी राह पर चलना चाहता है, पर साथ की यह परमाणु ऊर्जा और कोयला जनित ऊर्जा परियोजनाओं जैसे खतरनाक उपायों पर विचार रहा है, जिसके विपरीत प्रभाव और महंगे सौदे पर दुनिया भर में लगातार बहस जारी है.
इस बैठक में देश के विभिन्न इलाकों में काम कर रहे संगठनों जैसे एन ए पी एम, पी एम ए एन ई, सी ई ई डी, सेलको, प्रयास (एनर्जी ग्रुप), कल्पवृक्ष, ग्रीनपीस इंडिया और अॉक्सफेम इंडिया से जुड़े करीब ७० लोगों ने शिरकत की. कार्यक्रम में मौजूद एनर्जी एक्सपर्ट्स, प्रैक्टीशनर्स और सिविल संगठनों ने वर्तमान बिकास मॉडल से जुड़ी चुनौतियों और भावी विकल्पों पर विचार-विमर्श किया.